जब गुनगुनाने लगे लब मेरे
जब डगमगाने लगे पग मेरे
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब डगमगाने लगे पग मेरे
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब जगमगाने लगे अरमान दिल के
जब चमचमाने लगे नैन खिल के
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब चमचमाने लगे नैन खिल के
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब नब्ज मेरी हो भारी
जब उमड़ पढ़े मेरी यारी
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब उमड़ पढ़े मेरी यारी
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब उठे धुआ सांसो का
जब छुटे कारवा आंसू का
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब छुटे कारवा आंसू का
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब मोह भंग हो दुनिया से
जब मन तंग हो बगिया से
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब मन तंग हो बगिया से
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब फूल सिमटने लगे हाथों में
जब शब्द लिपटने लगे बातों में
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब शब्द लिपटने लगे बातों में
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब तन्हाई का साया हो
जब सुर्ख ये काया हो
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब सुर्ख ये काया हो
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब दर्द भरा हो रातो में
जब मर्ज बढ़ा हो नातो में
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब मर्ज बढ़ा हो नातो में
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब बनु मुसाफिर यूहीं मैं
जब लगु के काफिर यूं ही मैं
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब लगु के काफिर यूं ही मैं
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब कदम कदम पर रंजिश हो
जब मुझ पर न कोई बंदिश हो
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब मुझ पर न कोई बंदिश हो
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब पथ पर न कोई भाई हो
जब नाराज मुझसे लुगाई हो
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
जब नाराज मुझसे लुगाई हो
समझ लेना इश्क तेरा याद आया हैं
---- आनंद सगवालिया