चलते चलते युही ये सफर एक दिन काट जाएगा
कारवाँ जिंदगी का एक दिन सिमट जाएगा
आज किसी का हैं कल तेरा भी वक्त आएगा
पहले ही सोच लेना जब जाएगा तो खुदा को क्या बतलाएगा
तराना जिंदगी का हँसके गाएगा
या दुखी मन से पछताएगा
कर्म का ही ये खेल है बन्दे
अच्छे किए तो तर जाएगा
नही तो टूट कर बिखर जाएगा
खेल की तरह हे जिंदगी भी
कोई जीतकर जाएगा कोई हारकर जाएगा
ख़ुशी के पल समेटना सुरु कर दो
क्या पता तुम्हारा तार कब कट जाएगा
राह में पत्थर मिलेंगे तो क्या तू कर जाएगा
ठोकर उनसे खाएगा या उनको पार कर जाएगा
चलते चलते युही ये सफर एक दिन काट जाएगा
कारवाँ जिंदगी का एक दिन सिमट जाएगा।।
कारवाँ जिंदगी का एक दिन सिमट जाएगा
आज किसी का हैं कल तेरा भी वक्त आएगा
पहले ही सोच लेना जब जाएगा तो खुदा को क्या बतलाएगा
तराना जिंदगी का हँसके गाएगा
या दुखी मन से पछताएगा
कर्म का ही ये खेल है बन्दे
अच्छे किए तो तर जाएगा
नही तो टूट कर बिखर जाएगा
खेल की तरह हे जिंदगी भी
कोई जीतकर जाएगा कोई हारकर जाएगा
ख़ुशी के पल समेटना सुरु कर दो
क्या पता तुम्हारा तार कब कट जाएगा
राह में पत्थर मिलेंगे तो क्या तू कर जाएगा
ठोकर उनसे खाएगा या उनको पार कर जाएगा
चलते चलते युही ये सफर एक दिन काट जाएगा
कारवाँ जिंदगी का एक दिन सिमट जाएगा।।
---- आनंद सगवालिया
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