Sunday, 11 February 2018

हुस्ने वफ़ा ने देखा जो यूँ इतनी इनायत से
दिल को चैन आया हैं इस इबारत से
मदहोश फिजा की आपत्तियां तो देखो
जालिम हवा ने भी हलकी सी शरारत की हैं
परेशां दिल की धड़कनें चिल्ला उठी यूँ
रग-रग ने आज हमसे मुखाफलत की हैं
कोई कह दे की चाहत हैं उनको भी
नासूर इश्क ने जिंदगी से रुखसत की हैं
दिल ने आज देह से अलग होने की जरूरत की ऐसे
शाखों से टूटकर पत्ते गिरे हो जैसे
यूँ बेचेनी सी हो रही हैं दिलोदिमाग में
मै भूल गया हु सब इश्क़ ए शबाब में
नजरें जो बे-हया सी थी आजतक मेरी
शर्मा गई न जाने क्यों इश्क के रुआब में

----आनंद सगवालिया

Wrote after seeing video of PRIYA PRAKASH WARRIER From Movie ORU ADAAR LOVE

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