Monday, 12 February 2018

तू आजा न हाँ आजा न हो माहिया तू आजा न
हाँ संग तेरे मुझे लेजा हो माहिया
तू आजा न हाँ आजा न हो माहिया तू आजा न
किया क्या हमने ऐसा गुनाह जो वक्त दे रहा हैं यूँ हमको सजा
हो आजा न हाँ तू आजा
तू आजा न हाँ आजा न हो माहिया तू आजा न
सितम ये केसा हैं तू बता मुझे
प्रीत के बदले बोल क्या दू तुझे
रोता देख मुझे तुझको, क्यों आता हैं हाँ मजा
तू आजा न हाँ आजा न हो माहिया तू आजा न
आँखों की नमी मेरी दिखाती न मेरा गम हैं
एक रात तो क्या रोने को ये जिंदगी भी कम हैं
आज मुझे तू भी तो बता क्या तेरी हैं रजा
हो आजा न हाँ तू आजा
तू आजा न हाँ आजा न हो माहिया तू आजा न
तू आजा न हाँ आजा न हो माहिया तू आजा न
हाँ संग तेरे मुझे लेजा हो माहिया
तू आजा न हाँ आजा न हो माहिया तू आजा न
----आनंद सगवालिया

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