मैं सागर हूं
लहरों के नीचे पलता हूं
कभी धीमे कभी तेज
हरदम पर मैं चलता हूं
मैं सागर हूं
दूजो की खातिर जलता हूं
कभी भूकंप कभी सुनामी
हरदम पर मैं संभलता हूं
मैं सागर हूं
जीवन को लेकर चलता हूं
कभी ठहर कभी लहर
हरदम पर मैं मचलता हूं
मैं सागर हूं
--- आनंद सगवालिया
लहरों के नीचे पलता हूं
कभी धीमे कभी तेज
हरदम पर मैं चलता हूं
मैं सागर हूं
दूजो की खातिर जलता हूं
कभी भूकंप कभी सुनामी
हरदम पर मैं संभलता हूं
मैं सागर हूं
जीवन को लेकर चलता हूं
कभी ठहर कभी लहर
हरदम पर मैं मचलता हूं
मैं सागर हूं
--- आनंद सगवालिया
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