Saturday 31 August 2019

जहर का ही तो प्याला हैं, हंसते हंसते पी जाऊंगा
सीख की ही तो हाला हैं, पीकर भी जी जाऊंगा
एक घूंट छीन ले जाए , खुशियों का मेरी आशियां
कमजोर इमारतों के सहारे, रहबर उम्र बिताऊंगा
जहर का ही तो प्याला हैं, हंसते हंसते पी जाऊंगा
सीख की ही तो हाला हैं, पीकर भी जी जाऊंगा
न समझ के तेरे बे - अदब, फैसलों का कोई जोर हैं
बिना तेरी इल्तेज़ा के, वक्त अपना भी चुराऊंगा
जहर का ही तो प्याला हैं, हंसते हंसते पी जाऊंगा
सीख की ही तो हाला हैं, पीकर भी जी जाऊंगा
कांटो से बैर तो नहीं, हो थोड़ी देर ही सही
राहें ढूंढते ढूंढते, बेफिक्र चलते जाऊंगा
जहर का ही तो प्याला हैं, हंसते हंसते पी जाऊंगा
सीख की ही तो हाला हैं, पीकर भी जी जाऊंगा
- आनंद सगवालिया

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