Saturday 31 August 2019

कागज की कश्ती को पतवार कहां चाहिए
बचपन की मस्ती को साझेदार कहां चाहिए
जब भूख लगे तो खा लेते हैं कुछ भी
नन्हे पेट को घरबार कहां चाहिए
-- आनंद सगवालिया

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